वानी

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राहुल का श्रेया को सच बताना

                    चैप्टर 3
   
            राहुल का श्रेया को सच बताना 

अब तक आपने पढ़ा श्रेया राहुल से पूछती है क्या हुआ है तो राहुल उससे उसके बाप का नाम पूछता है और उसे अपशब्द कहने लगता है तभी तनुजा उसे एक जोरदार थप्पड़ लगाती है तनुजा और श्रेया बात कर रही थी तभी कोई उनकी बात सुन लेता है.......


अब आगे

"दिल्ली श्रेया का घर "

श्रेया तनुजा को उसका कमरा बता कर फ्रेश होने के लिए कहती है और डिनर बनाने चली जाती है। उसके जाने के बाद तनुजा जैसे ही अपने कमरे में आती है उसे वहा राहुल मिल जाता है!

जो उसी का इंतजार कर रहा था, तनुजा उसे वहाँ अचानक से देखकर चौँक जाति है फिर खुद को नॉर्मल करके बाथरूम की तरफ बढ़ जाति है

तनुजा को ऐसे अनदेखा करते देख राहुल को अच्छा नहीं लगता है! वो पुछता है "अभी भी नारज हो मासी? "

उसकी आवाज़ सुनके तनुजा बिना पिछे मुड़े कहती हैं "क्या तुम्हें फ़र्क पड़ता है?"

राहुल उसकी बात सुनके खामोश हो जाता है फिर उसके पास जाता है और उसे उम्मीद भरी नज़रों से देखते हुए पुछता है "कौन हूँ मैं मासी क्या पहचान है मेरी, इतने साल हो गए एक ही सवाल का जवाब मांगते हुए हैं , मेरा हक है ये जानना की मैं कौन हूं"

तनुजा उसकी तरफ देखती है फिर कहती है "तुम्हारा हमारी जिंदगी में आना उसकी मर्जी थी ,और तुम्हारे बारे में तुुुम्हें बताना भी उसकी मर्ज़ी होगी! मैं बस इतना कहूंगी, अगर उसकी परवरिश पर सावल उठा तो अपनी सच्चाई जानने के बाद तुम खुद को कभी माफ नहीं कर पाओगे" राहुल कुछ देर खामोशी से तनुजा को देखता है फिर वहाँ से चला जाता है!

थोडी देर बाद श्रेया उसके कमरे में आती है और उससे डिनर करने के लिए कहती है और जाने लगती है तो राहुल उसका हाथ पकड लेता है, और उसके सामने आकर कहता है "मैं माफी चाहता हूं मां"

श्रेया उससे पुछती है "किस बात के लिए" तो राहुल कहता है "मैंने आपसे बदतमीजी की इसलिये"

श्रेया मुस्कुराते हुए उससे कहती है "लाडले मैं सब बताउंगी तुम्हें लेकिन तब ,जब तुम समझने लायक हो जाओ ! अभी ना तुम समझ पाओगे ना मैं समझा पाऊंगी इसलिये थोड़ा इंतजार कर लो"

फिर थोड़ा रुक कर कहती है - "कुछ पुछ सकती हूँ तुमसे"

तो राहुल हाँ में गरदन हिला देता है!

तो श्रेया कहती है "आज तुम्हारे प्रिंसिपल सर का कॉल आया था कल स्कूल बुलाया है! मुझे किसी और से पता चले उससे अच्छा है तुम मुझे बताओ"

राहुल श्रेया को बिस्तर पर बिठाता है और उसके सामने कुर्सी पर बैठ जाता है और कहता है "मां मैं दुनिया का सबसे बुरा बेटा हूँ, ये मानता हूँ,आपने जो सिखाया शायद वो सब नहीं किया ये भी मानता हूँ ,आज तक लड़कीयो से भी दोस्ती का रिश्ता रखा है, लेकिन दुनिया के तानो से तंग आ गया था, परेशान हो गया था, उनके हर सवाल से जिनके जवाब नहीं है मेरे पास,लेकिन आज वादा करता हूँ, अब कभी आपकी परवरिश पर सवाल नहीं उठेगा मै अब कभी कोई गलती नही करूँगा, लेकिन मैंने ये नहीं किया मैं इतना भी गिरा हुआ नहीं हूँ जो किसी भी लड़की को बुरी नजर से देखुँ "

श्रेया कहती है "मुझे भरोसा है अपने लाडले पर"

श्रेया की बात सुनकर राहुल मस्कुरा देता है, फिर कहना शुरू करता है "माँ  2 साल पहले मैं उस लड़की से मिला था मेरी क्लास मेट है , वो मेरे पीछे पड़ी थी ,एक दिन मैंने उसे मना कर दिया तो उसने मुझे धमकी दी"

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फ्लैशबैक.. (4 दिन पहले)

राहुल चलता जा रहा था और उसके पिछे एक लड़की भागती हुई बोले जा रही थी "राहुल मेरी बात सुनो मुझे तुमसे बात करनी है"

राहुल गुसे में एकदम से उसका हाथ पकड़ता है और उसे  खिचते हुए गार्डन में ले आता है और चिल्लाते हुए कहता है "बस गुंजन बहुत हो गया मैं तुमसे पहले भी कह चुका हूं और फिर कहता हूं मुझसे दूर रहो वरना जिस दिन मेरा दिमाग घुमा मैं भूल जाउंगा की तुम एक लड़की हो"

उसकी बात सुनके गुंजन उसके पास आ जाति है और उसके गले में बाहें डालते हुए बेहद अदा के साथ कहती है "मैं पसंद करती हूं तुम्हें,प्यार करति हूं तुमसे,और जब मुझे प्रॉब्लम नहीं है ,तो तुम्हे मेरे बॉयफ्रेंड बनने में क्या प्रॉब्लम है"

राहुल गुस्से में उसे धक्का दे देता है और उसे उंगली दिखाते हुए और दान्त पीसते हुए कहता है "लुक मिस गुंजन सिंह मुझसे दूर रहो वरना तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा आग से खेला नहीं करते" इतना कहकर वो उसका हाथ झटक कर जाने लगता है

तो गुंजन उसे तेज आवाज में कहती है "तुम शायद भूल रहे हो मैं कौन हूँ तुम्हे मुझे रिजेक्ट करने की बड़ी किमत चुकानी पड़ेगी देखते जाओ मै तुम्हारे साथ क्या करती हूँ"

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"फ्लैशबैक एंड"

श्रेया उसके गालों पर हाथ रखते हुए केहती है - "तुम्हारे पास कोई सबूत है खुद को सही साबित करने का"

राहुल उसकी तरफ देखता है और कहता है-"मुझे फर्क नहीं पड़ता की मेरे बारे कौन क्या सोचता है" फिर वो दरवाजे की तरफ की एक नजर देखता है जहाँ तनुजा खड़ी थी!

("तनुजा निचे  डाइनिंग रूम में आती है वहाँ जब कोई नहीं दिखता है तो वो राहुल के कमरे की तरफ आति है, ढुँढने तो राहुल की सारी बातें सुन लेती है और  राहुल ने उसे देखा था लेकिन कुछ बोला नहीं")

राहुल तनुजा को बुलाता है और श्रेया के पास बिठाते हुए खुद दोनो के सामने बैठते हुए कहता हैं "मुझे सिर्फ इस बात से फर्क पड़ता है की आप दोनो मेरे बारे में क्या सोचती है "

श्रेया उसे गले लगाकर कहती हैं, "मुझे भरोसा है अपने बेटे पर" ऐसे ही थोड़ी बात करने के बाद वो लोग खाना खाके सोने चले जाते हैं!


"दुसरी तरफ सिंघानिया मेनशन में"

शौर्य डिनर करके अपने रूम में आता है, उसके रूम मे उसके बिस्तर के पिछे एक लड़की की बड़ी सी फोटो लगी हुई थी, वो उसके सामने खड़े हो जाता हैं और उस फोटो को देखते हुए कहता है!

"कहाँ हो तुम? 10 साल हो गए ना तुम मिली ना तुम्हारी यादें दिल से गई, कहां हो तुम ?सब कहते हैं तुम मर चुकी हो लेकिन मैं जनता हूं तुम जिंदा हो और जल्दी ही मैं तुम्हें ढुढ़ लुंगा"

फिर थोड़ा रुककर कहता है "मेरी बरबादी"

और मुस्कुरा देता है ,फिर सोचता है "मैंने पहली बार देखा था जब तुम"

कौन है बर्बादी? कैसे मिले थे शौर्य और बर्बादी? क्या सच में वो मर चुकी है? क्या शौर्य ढूंढ पाएगा अपनी बर्बादी को? क्या श्रेया बचा पाएगी राहुल को? क्या राहुल सच बोल रहा है?

जानने के लिए पढ़ते रहिये मेरी कहानी "एक मां ऐसी भी" मिलते हैं अगले चेप्टर मे तब तक के लिए बाय बाय..

वानी #कहानीकार प्रतियोगिता

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3 Comments

Gunjan Kamal

14-Jul-2023 12:27 AM

👏👌

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Varsha_Upadhyay

12-Jul-2023 08:54 PM

शानदार भाग

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